रंगकर्मी व पत्रकार वकील अहमद हुए सुपुर्द ए खाक
गोरखपुर। गोजए के पूर्व सदस्य, रंगकर्मी एवं मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव वकील अहमद का हृदय गति रुक जाने के कारण उनका इलाज के दौरान एक हॉस्पिटल में निधन हो गया। उनको लखनऊ के खुर्रम नगर कब्रिस्तान में बाद नमाज असीर सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। उनके निधन की खबर से तमाम लोग हतप्रभ रह गए। निधन की खबर से गोरखपुर स्थित उनके अली नगर आवास पर लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। गोरखपुर आवास पर उनके परिवार का कोई भी नहीं था। वह सपरिवार इलाज कराने एक साथ थे । निधन की खबर पर उनके शुभचिंतकों, मित्रों एवं सहकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई।
विदित हो कि लखनऊ स्थित अलीगंज में मकान लेकर रह रहे उनके बड़े भाई सज्जाद अहमद खान के आवास से उनका जनाजा बाद नमाज असीर के पहले खुर्रम नगर कब्रिस्तान के लिए निकला। बाद नमाज असीर शाम 5 बजे फातमी मस्जिद के पास उनके जनाजे की नमाज पढ़ाई गई। तत्पश्चात उन्हें फातमी मस्जिद के सामने ही कब्रिस्तान में बाद नमाज सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
लॉक डाउन लागू होने के कारण उनके रिश्तेदार और मोहल्ले के लोग गोरखपुर से लखनऊ नहीं जा सके। जिसका उन लोगों में काफी रंजोगम था।
रंगकर्मी एवं गोजए के पूर्व सदस्य वकील अहमद के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं गोरखपुर जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रत्नाकर सिंह ने कहा कि वकील अहमद एक कर्मठ व जुझारू व्यक्ति थे। सलीके से जीने वाला व्यक्ति, हम लोगों के लिए छोटे भाई की हैसियत रखता था। आज हम लोगों से वह जुदा हो गया। श्री सिंह ने उनका स्मरण करते हुए कहा कि गोजए के तमाम कार्यक्रमों में वकील अहमद ने संचालन किया था। इस कारण वकील मेरे काफी करीब आ गए थे। उन्होंने कहा कि वकील अहमद बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे उनका जाना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। श्री सिंह ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति दे।